पॉकेट मार-मोबाइल चोर के 4 शातिर चोर धर दबोचे
वसई। आरपीएफ द्वारा विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर मुस्तैदी के साथ कर रहे ड्यूटी के चलते आए दिन पॉकेट मार-मोबाइल चोर पड़के जा रहे है। इसी कड़ी में बोरीवली-विरार आरपीएफ द्वारा उपरोक्त मामले में कुल 4 चोरो को पकड़ा और 4 मामलों का खुलासा करने में सफलता पाई है। उपरोक्त चोरी के मामले में यात्रियों द्वारा अलग-अलग जीआरपी थाने में केस दर्ज करवाया था। यह कार्रवाई आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में बोरीवली स्टेशन के आरपीएफ इंचार्ज दिनेश कुमार व विरार स्टेशन के आरपीएफ इंचार्ज विनीत कुमार के नेतृत्व में आरपीएफ अधिकारी-कर्मचारी ने की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बोरीवली और डी.आई.सी स्टेशन के आसपास के क्षेत्र में लगातार निगरानी की जा रही थी। जहां बोरीवली स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं 3 से बोरीवली आरपीएफ के कर्मचारी द्वारा एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया। पकड़े जाने पर उससे पूछताछ हुई जहां उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। जिसके बाद उसे पोस्ट पर लाया गया जहां उसे अपना नाम तिलक जगदीश प्रसाद (46) बताया। अधिक पूछताछ करने पर उसने जेब से पॉकेट (कीमत- 5000 रुपये ) चोरी का अपराध स्वीकार किया। आगे की कार्रवाई के लिए बोरीवली जीआरपी को सौप दिया है।
दूसरी घटना में आरपीएफ विरार की सीपीडीएस की टीम के कर्मचारियों द्वारा विरार स्टेशन की निगरानी के दौरान एक मोबाइल चोर को प्लेटफार्म नंबर 1 से रंगे हाथ एक यात्री का मोबाइल (कीमत- 15,000 रुपये) चोरी करते हुए पकड़ा। जिसका नाम युसूफ अमरुद्दीन खान (35), जो कि विरार पूर्व रहने वाला था। आगे की कार्रवाई के लिए जीआरपी वसई के हवाले कर दिया है।
तीसरी घटना में बोरीवली स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर 3 से आरपीएफ सीपीडीएस टीम द्वारा एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया, क्योंकि उसने कोई संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं दी और पोस्ट पर लाया गया और आगे की पूछताछ में उसने अपना नाम हैदर उशमन पठान (27) जिसने जेब से पॉकेट व नगदी (कीमत- 15,000 रुपये) चोरी का अपराध स्वीकार किया।
चौथी घटना में सीसीटीवी की मदद से बोरीवली स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं 03 से आरपीएफ सीपीडीएस की टीम द्वारा एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया था,लेकिन उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया फिर उसे पोस्ट पर लाया गया जहां उसने अपना नाम करण कमलेश्वर मुखिया (32) जिसने यात्री का मोबाइल व कैश (कीमत-13,900 रुपये) चोरी का गुनाह स्वीकार कर लिया। फिलहाल, दोनो चोरी के मामलों को जीआरपी बोरीवली के हवाले किया गया है।