विरार में पानी के लिए हजारों सड़क पर उतरे, निकला भव्य मोर्चा

प्रशासक पवार पानी देने में असफल, टैंकरों के लगातार बढ़ रहे दाम

पानी देने के वादे को समय में काट रहा प्रशासन : सुदेश चौधरी

विरार। वसई-विरार शहर पिछले कुछ दिनों से जल संकट की स्थिति से जूझ रहा हैं। लेकिन प्रशासन आश्वासन दे रहा है कि योजना से पानी मिलेगा। लेकिन वास्तविकता यही है कि कई परिवार, आसीन परिवारों के निवासी प्यासे हैं।

शहर में टैंकरों के दाम बढ़ गए हैं और पानी नहीं मिलने से नागरिक सहमे हुए हैं। इसलिए, वसई-विरार में, हजारों नागरिकों ने विरोध में रविवार (18 तारीख) को महानगरपालिका मुख्यालय पर धावा बोल दिया। जून के 18 दिन बीत जाने के बाद भी बारिश का कोई नामोनिशान नहीं है. इसमें वसई-विरार शहर मनपा क्षेत्र के नागरिकों को पानी के लिए जूझना पड़ रहा है। एक सप्ताह तक पानी नहीं आने की स्थिति कई आवास परिसरों के लिए सिरदर्द बन रही है।

हालांकि सूर्य धमणी, पेल्हार और उसगांव नाम के तीन बांधों से पानी का वितरण किया जा रहा है, लेकिन इस महीने चार से पांच बार बिजली गुल होने, पानी की पाइप लीक होने या अन्य तकनीकी कारणों से पानी बंद कर दिया गया, जबकि समयबद्धता के कारण अनियमित, कम दबाव पानी की आपूर्ति की जा रही है। करदाता जब पानी का बिल भर रहे हैं ऐसे में पानी की अकाल स्थिति पैदा हो गई है पानी की कमी के कारण टैंकरों के दाम बढ़ने लगे हैं।

2021 में छोटे टैंकर का रेट 1200 रुपए थे। लेकिन इस साल यह सीधे 2500 से बढ़कर 3000 हो गया है। सोसायटी के सदस्य पैसा वसूल कर टैंकर मंगवा रहे हैं। वहीं बड़े पानी का टैंकर 10 हजार वसूल रहा है। यह पानी शुद्ध है या कहां से लाया जाता है, इस पर विचार किए बिना नागरिक अपनी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।

पानी के लिए नागरिक वीवीसीएमसी प्रशासन पर हमलावर हैं। जुलूस, आंदोलन, बयानबाजी कर बहुतायत से पानी उपलब्ध कराने की मांग भी की जा रही है। लेकिन आश्वासनों के चलते अभी तक घड़ा कायम है। नागरिकों की जरूरत और पानी की कमी को देखते हुए टैंकरों के दाम भी बढ़ने लगे हैं। जलापूर्ति भी अनियमित है। उसमें टैंकर का आर्थिक भार वहन करना पड़ता है। – एक नागरिक, विरार

विरार पूर्व में पानी की समस्या गंभीर है। एक तरफ जल योजना पूरी हो चुकी है। प्रशासन पानी जल्द आने का वादा करके समय काट रहा है, लेकिन इस बात का क्या कि वर्तमान स्थिति में लोगों के लिए पानी नहीं है, महिलाएं नाराज थीं और जन विरोध मार्च निकाला गया। -सुदेश चौधरी
पूर्व सभापति/नगरसेवक

पानी पर नागरिकों का अधिकार होना चाहिए। लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। इसका खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। पानी के लिए आग लगी है। प्रशासन को समय रहते ध्यान में लेकर पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। – मयूरेश वाघ
अध्यक्ष, परिवर्तन ग्रुप

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