दिवाली संध्या पर बविआ की ‘सुरमयी शाम’ में मराठी-हिंदी गीतों का संगम

गायक-कलाकारों की प्रस्तुतियों ने बांधा समां

विरार। दीपोत्सव को लेकर वसई-विरार में शासन-प्रशासन और संस्था-संगठनों की ओर से धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में विरार पूर्व के मनवेल पाडा गांव स्थित सखुबाई भास्कर हॉल में बहुजन विकास आघाडी (बविआ) की ओर से दिवाली संध्या सुरमयी शाम का शानदार आयोजन किया गया। सोमवार की शाम 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक चले इस आयोजन में आस्थाज स्वर-ईश्वर म्यूजिकल ग्रुप के बैनरतले गायक-कलाकारों मराठी-हिंदी गीतों की सुमधुर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में न सिर्फ मंझे हुए कलाकारों ने समां बांधा, बल्कि बाल कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां देकर वाहवाही लूटी।

आयोजक (बविआ के संघटक सचिव एवं पूर्व नगरसेवक) अजीव पाटील और वसई-विरार महानगरपालिका की स्थायी समिति के पूर्व सभापति प्रशांत राऊत ने कलाकारों को पुरस्कृत कर उनका हौसला बढ़ाया। अजीव पाटील ने कहा कि इस तरह के आयोजन न सिर्फ हमारी संस्कृति-परंपरा को जीवंत करते हैं, बल्कि कलाकारों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए मंच भी प्रदान करते हैं। इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए। गायक कलाकारों की प्रशंसा करते हुए प्रशांत राऊत ने कहा कि हिंदी-मराठी गीतों के संगम ने दो भाषाओं को जोड़ने के साथ ही दिलों और भावनाओं को भी जोड़ने का काम किया है। सभी कलाकार बधाई के पात्र हैं।

यह आयोजन विधायक क्षितिज ठाकुर के मार्गदर्शन में किया गया था। कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्व सभापति श्रीमती चिरायु चौधरी, पूर्व नगरसेविका श्रीमती मीनल पाटील, श्रीमती संगीता भरे, श्रीमती हेमांगी पाटील एवं श्रीमती रजनी पाटील ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आयोजक अजीव पाटील एवं प्रशांत राऊत के आभार ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर बविआ के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।

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