गीत, ग़ज़ल और छंदों की बौछारों से सराबोर हुई वाग्धारा की काव्यगोष्ठी

मुंबई। गोरेगांव पश्चिम के बांगुर नगर में वाग्धारा कार्यसमिति की बैठक व कवि गोष्ठी का आयोजन वरिष्ठ पत्रकार व देश के मूर्धन्य नवगीतकार ओमप्रकाश तिवारी की अध्यक्षता तथा वागीश सारस्वत के संचालन में संपन्न हुआ।
संगीतकार तथा गायक सरोज सुमन की गायकी से समारोह की शुरुआत हुई। सरोज सुमन ने अपनी मधुर आवाज में विख्यात लेखक विद्यापति की रचनाओं को प्रस्तुत किया। कवयित्री नंदिता माजी शर्मा ने श्रीकृष्ण व श्री राम पर शास्त्रीय छंदों में रची रचनाएं प्रस्तुत करके सबका मन मोह लिया। फिल्मकार व शायर कमर हाजीपुरी ने छोटी और बड़ी बहर की राजनीतिक और सामाजिक सरोकार की गजलें पेश करके माहौल को गर्मा दिया। उनकी चुटीली टिप्पणियों ने हास्य की हिलोरें पैदा करके परिवेश को खुशनुमा बना दिया। कवयित्री माया गोविंद और लेखक रामगोविन्द के सुपुत्र अजय गोविंद ने अपने माता-पिता के गीतों को प्रस्तुत किया। फिल्मनिर्माता तथा गीतकार गुलशन मदान ने अपनी गजलों की प्रस्तुति से जमकर वाहवाही बटोरी। गीतकार अरविंद राही ने अपने छंदों और गीतों से गांव की यादों को ताजा किया। हिंदी सामना के कार्यकारी संपादक अनिल तिवारी ने कविता के माध्यम से सकारात्मक और रचनात्मक पत्रकारिता के महत्व को रेखांकित किया वहीं वागीश सारस्वत ने अपनी कविताओं के माध्यम से आतंकवाद के विरोध का परचम लहराया। उनकी खेल, खिलौना,मां और चीकू की मां कविताओं ने वातावरण को इतना कारुणिक बना दिया कि सभी की आँखें नम हो गईं। समारोह के अध्यक्ष ओमप्रकाश तिवारी ने जब शिव की बारात के छंद प्रस्तुत किए तो श्रोता शिवजी के गणों की तरह झूम उठे। श्रीराम पर प्रस्तुत की गई कविता ने सभी को भाव विभोर कर दिया। वाग्धारा के उपाध्यक्ष अवधेश कुमार पांडेय ने सभी का आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व वाग्धारा कार्यसमिति की बैठक का संचालन एडवोकेट भार्गव तिवारी तथा अध्यक्षता अरविंद शर्मा राही ने की। सौरभ तथा कविता शर्मा ने कार्यक्रम के व्यवस्थापन की जिम्मेदारी संभाली।

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